दृष्टिबाधित बच्चियों ने मेला के मुख्य मंच से दी जल-जीवन-हरियाली का संदेश

देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर स्थित विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला के मुख्य मंच पर 15 दिसंबर को देशभक्ति का अद्भुत समां बंधा। यहां जलवायु परिवर्तन की वजह से पैदा हो रहे खतरों से निपटने के लिए जल-जीवन-हरियाली का संदेश दिया गया।

यह धरती, यह देश हमें सब कुछ देता है, एक संजीदा नागरिक का यह कर्तव्य है कि देश और समाज को भी अपने हिस्से का योगदान दे। मौका था बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में मुख्य मंच पर आयोजित दृष्टिबाधित बच्चियों के प्रभावपूर्ण प्रस्तुति का।

इसके जरिये बिहार की राजधानी पटना के कुम्हरार स्थित अंतरज्योति नेत्रहीन बालिका विद्यालय की दृष्टिबाधित बच्चियों ने भूकंप जैसी आपदा में सुरक्षित रहने के तरीके बताए। इन विशेष बच्चियों की हौसला अफजाई के लिए दर्शक दीर्घा में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ उदय कांत, सदस्य पी.एन. राय, मनीष कुमार वर्मा और कौशल किशोर मिश्र स्वयं मौजूद थे।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में मौजूद श्रोताओं व दर्शकों ने करतल ध्वनि से बच्चियों का उत्साह बढ़ाया। कुल 22 बच्चियों- शिक्षकों के दल की यह प्रस्तुति 16 दिसंबर को भी मेले के मुख्य मंच पर होगी। इन बच्चियों ने प्राधिकरण के पेवेलियन में खुद ही स्टॉल का संचालन कर आत्मनिर्भरता का संदेश दिया।

स्टाॅल पर उन्होंने अपने हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शित किए। साथ ही स्वयं तैयार की गई लिट्टी और मिठाई की बिक्री भी की। दृष्टिबाधित बच्चियां ही सामग्री परोस रही थीं। पैसे का भुगतान ले रही थीं।
अंतरज्योति नेत्रहीन बालिका स्कूल की शिक्षिका अनुशा कुमारी, मधुसूदन और संजय मिश्र के नेतृत्व में आई बच्चियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसके अतिरिक्त मेलार्थी भी नुक्कड़ नाटक, पपेट शो, बाइस्कोप, पेंटिंग्स और पहेलियां-मुकरियां प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

*सबलपुर के 40 स्कूली बच्चों ने पेवेलियन का किया भ्रमण*
जानकारी के अनुसार उत्क्रमित मध्य विद्यालय नेवलटोला सबलपुर (सोनपुर) के 40 बच्चों ने 15 दिसंबर को पेवेलियन का भ्रमण किया। साथ ही आपदाओं पर केंद्रित चित्रकला प्रतियोगिता सहित विभिन्न स्टॉल पर संचालित प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।

प्राधिकरण की ओर से बच्चों के बीच टी-शर्ट, टोपी, टाॅफी, स्केच पेन पेंसिल, रबर आदि का वितरण किया गया। प्राधिकरण के पेवेलियन में निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। उत्कर्ष एक पहल संस्था से जुड़े चिकित्सक और पैरामेडिक्स द्वारा रहिवासियों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जा रही है। इस स्टॉल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जनता उमड़ रही है।

एसडीआरएफ, अग्निशमन सेवा और सिविल डिफेंस मॉकड्रिल के जरिये पर्यटको को आपदाओं में बचने के तरीके बता रहे हैं। सिविल डिफेंस की ओर से 15 दिसंबर को मेले में पहली बार नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। आर्ट एंड क्राफ्ट मैदान में इस प्रदर्शन को देखने सिविल डिफेंस के डीजी, आईजी और एसपी भी मौजूद थे।

इधर, एनसीसी उड़ान द्वारा मंचीय प्रस्तुति के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद दर्शकों को आपातकालीन हैंड रेस्क्यू मेथड्स को बताते हुए मॉकड्रिल का सहभागी बनाया गया। एनसीसी उड़ान की टीम ने पेवेलियन में आए बच्चों को आपदा से संबंधित प्रशिक्षण दिया तथा रोड सेफ्टी थियेटर के माध्यम से दर्शकों को यातायात संबंधी नियमों से जुड़ी फिल्में दिखाई।

प्राधिकरण के सहयोग से एनसीसी उड़ान के सदस्यों ने कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय खरीका और उच्च माध्यमिक विद्यालय सैदपुर में कार्यक्रम आयोजित किए। यहां बच्चों तथा अध्यापकों को आपदाओं से बचाव के तरीकों के बारे में बताया गया और उनसे अभ्यास भी कराया गया।

मेला क्षेत्र में नाट्य दल घूम-घूम कर नुक्कड़ नाटक कर दर्शकों को आपदा में सुरक्षित रहने का संदेश दे रहा है। पपेट (कठपुतली) शो और बाइस्कोप जैसे जनसंचार माध्यमों का सहारा भी लिया जा रहा है। स्वयंसेवी संस्था युगांतर की ओर से लगाए गए स्टॉल पर मुकरी प्रतियोगिता आयोजित की गई। बच्चों ने इसमें खासी दिलचस्पी दिखाई। डाक्टर्स फॉर यू से जुड़े चिकित्सक भी निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श दे रहे हैं। कैरिटास इंडिया की ओर से वज्रपात से बचाव का संदेश दिया जा रहा है।

 315 total views,  2 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *