नक्सलियों के गढ़ में सीआरपीएफ का तिरंगा यात्रा

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। नक्सलियों का कभी राजधानी रहा झारखंड और उड़ीसा राज्य में स्थित सारंडा जंगल के स्कूलों व गांवों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर नक्सली कभी काला झंडा व उल्टा तिरंगा ध्वज को फहराकर देश व समाज विरोधी कार्य करते थे।

आज उसी सारंडा जंगल स्थित नक्सलियों का राजधानी कहा जाने वाला थोलकोबाद, जुम्बईबुरु, करमपदा से लेकर किरीबुरु-मेघाहातुबुरु में सीआरपीएफ के जवान तिरंगा रैली निकाल रहे हैं।

जानकारी के अनुसार सारंडा जंगल में तैनात सीआरपीएफ 197 बटालियन की विभिन्न कांपनियों के पदाधिकारियों व जवानों ने 11 अगस्त को समादेष्टा परवेश कुमार जौहरी के निर्देशानुसार अपनी बान और शान का प्रतिक तिरंगा ध्वज के साथ भारत माता की जय, वंदे मातरम, हमारी तिरंगा हमारी शान है आदि अनेक देशभक्ति गगन भेदी नारों के साथ पूरे सारंडा क्षेत्र में हर घर तिरंगा अभियान के तहत जागरूकता मोटरसाईकल रैली निकाली।

यह रैली थोलकोबाद स्थित सीआरपीएफ कैंप से सहायक समादेष्टा सी पी तिवारी, सहायक समादेष्टा नुपुर चक्रवर्ती, निरीक्षक कुंवर सेन, निरीक्षक विजय पाल सिंह, निरीक्षक विश्वास चतुर्वेदी के नेतृत्व में लगभग 200 जवानों के साथ निकली। रैली जुम्बईबुरु, करमपदा होते हुए किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु शहर का पूरा भ्रमण किया।

मोटरसाईकल रैली में सवार तमाम जवान अपनी हाथों तथा बाईको में बांधे तिरंगा को शान से लहराते चल रहे थे। सभी जवान ग्रामीण व शहरवासी को संदेश देते हुये यह आग्रह करते नजर आयें कि वह अपने-अपने घरों में 13-15 अगस्त तक तिरंगा ध्वज शान से लगायें।

इस रैली में 197 बटालियन के ए, ई, एफ, जी और क्यूएटी कंपनी के अधिकारी व जवान शामिल थे। सारंडा के विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2011 तक नक्सली सारंडा में कभी हमें तिरंगा ध्वज फहराने नहीं देते थे। जब से सारंडा में सीआरपीएफ आयी है, तब से वह तिरंगा ध्वज तो फहरा रहे हैं।

लेकिन आज जिस तरह से सीआरपीएफ जवानों ने तिरंगा के साथ नक्सलियों के गढ़ में विशाल मोटरसाईकल रैली निकाली, वैसी रैली पहले कभी नहीं देखा। हम तमाम ग्रामीण अब अपने-अपने घरों में शान से तिरंगा लहरायेंगे। तिरंगा हमारी शान व अभिमान है।

 180 total views,  2 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *