राष्ट्रीय लोक अदालत में 16,369 मामलों का निष्पादन

ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। सर्वोच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं प्रधान जिला जज बोकारो प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (Pradeep Kumar srivastava) के निर्देश पर तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में 14 मई को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आगत अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घघाटन किया।

यहां राष्ट्रीय लोक अदालत को संबोधित करते हुए जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा ने बताया कि आज राष्ट्रीय (National) लोक अदालत पूरे देश में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

लोक अदालत में समाप्त होने वाले मामलों में दोनों पक्षों की जीत होती है। कोई हारता नहीं है। लोक अदालत के मामले समाप्त होने से कई मामलों का समाधान होता है। दोनों पक्षों के बीच जब सुलह होता है तो आपसी मनमुटाव समाप्त हो जाता है।

ऐसा नहीं होने से कई मामले आ सकते हैं। लोक अदालत के मामले में निष्पादन के बाद दोनों पक्षों के बीच आपसी सौहार्द हो जाता है।कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन ने कहा कि सब के सहयोग से ही लोक अदालत का संचालन और निष्पादन हो पाता है।

आप इस मौके का फायदा उठाएं। आप यहां से फायदा उठाकर जाएं और दूसरों को भी बताएं, जिससे दूसरे लोग भी इसका फायदा उठा सके। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में निष्पादित मामलों का कोई अपील नहीं होता है।

जिला जज द्वितीय अनिल कुमार ने बताया कि आज बहुत खुशी की बात है कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सर्वोच्च न्यायालय एवं झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर किया जा रहा है। इसमें कई तरह के मामलों का निष्पादन किया जा रहा है।

आप इसका लाभ जरूर उठाएं। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा ने बताया कि व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।

अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव के द्वारा जो प्रयास किया गया यह काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत से न्यायालय में मामले का निष्पादन हो रहा हो सकता है। उसका जरूर फायदा उठाएं और निष्पादन करवाएं। इससे लोगों को काफी फायदा होता है।

जानकारी के अनुसार आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 16,369 मामलों का निष्पादन किया गया, जिसमें 385 लंबित मामलों का निष्पादन हुआ और 6,61,13,029 रुपए समझौता राशि वसूल किया गया। जिसमें कोर्ट मामले, बिजली विभाग, बैंक विभाग, मोटर यान दुर्घटना के मामले सहित अन्य कई मामले सामिल है।

इससे पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घघाटन कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन, जिला जज प्रथम राजेश सिन्हा, जिला जज द्वितीय अनिल कुमार, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा, एसीजेएम विशाल गौरव, सब जज द्वितीय राजेश रंजन कुमार, आदि।

एसडीजेएम दीपक कुमार साहू, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव, रूपम स्मृति टोपनो, श्वेता सोनी, अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

राष्ट्रीय लोक अदालत (National Lok Adalat) के लिए नौ बेंच का गठन किया गया था। जिसके प्रथम बेंच पर कुटुंब न्यायालय राजीव रंजन एवं अधिवक्ता दीपक कुमार वर्मा, दूसरे बेंच में जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा एवं अधिवक्ता प्रेमन शर्मा, तीसरे बेंच पर जिला जज दितीय अनिल कुमार एवं अधिवक्ता संजय कुमार डे,  आदि।

चौथे बेंच पर एसीजेएम (ACJM) विशाल गौरव एवं अधिवक्ता मृत्युंजय कुमार झा, पांचवे बेंच पर सब जज राजेश रंजन कुमार एवं अधिवक्ता जूलेश प्रसाद, छठे बेंच पर एसडीजेएम दीपक कुमार साहु एवं अधिवक्ता प्रेम कुमार सिन्हा, सातवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता सोनी एवं अधिवक्ता शिवकुमार रविदास, आदि।

आठवे बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी साक्षी श्रीवास्तव एवं अधिवक्ता शारदा देवी तथा नवें बेंच पर प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी रूपम स्मृति टोपनो एवं अधिवक्ता रोहित कुमार मौजूद थे।

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