युति के बागियों की औकात दिखाएंगे फडणवीस

संवाददाता/ मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra assembly election) की 288 सीटों में से 50 सीटों पर बागियों की चुनौती के कारण युति के अधिकृत उम्मीदवारों की राह मुश्किल हो गई है। हालांकि इन उम्मीदवारों पर अब गाज भी गिरनी शुरु हो गई है। भाजपा ने 4 बागी उम्मीदवारों को पार्टी से 6 वर्ष के लिए निलंबित कर दिया है। बागी उम्मीदवारों के पर्चा वापस नहीं लेने से भड़के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चेतावनी दी है कि बागियों को उनकी औकात दिखाएंगें।

भाजपा के 4 बागी निलंबित

पिछले चुनाव में शिवसेना- भाजपा (Shivsena- BJP) अलग- अलग चुनाव में उतरी थीं जिसके कारण पार्टी के ज्यादातर नेताओं को टिकट मिला था। इस बार युति कर उतरी सेना- भाजपा के हिस्से मर्यादित सीटों पर सिमट गई है। जिसके कारण कई दिग्गजों को मौका नहीं मिला, ऐसे लोग अब बगावत पर उतर कर पार्टी उम्मीदवार के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इससे युति के कई सीट दांव पर लग गए हैं।

बताया जाता है कि चुनाव से पहले दोनों पार्टियों ने अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार रहने का आदेश दिया था। पार्टी के आदेश पर नेताओं ने तैयारी भी की थी, लेकिन ऐन वक़्त पर सेना- भाजपा में युति होने से उनकी तैयारियों पर पानी फिर गया। अब ऐसे नेता विरोध पर उतर आए हैं। कुछ स्थानों पर बागी उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए लेकिन कुछ सीटों पर पार्टी के समझाने के बाद भी नाम वापस नहीं लिए। भाजपा और शिवसेना दोनों पार्टियों की तरफ से 125 बागी उम्मीदवार खड़े थे जिसमें से 75 उम्मीदवारों ने अपना पर्चा वापस ले लिया। अब भी 50 बागी मैदान में हैं।

मुंबई में तीन जगह और मराठवाडा, पुणे, कोकण, सोलापुर तथा नासिक में लगभग 50 बागी उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। मुंबई में शिवसेना की राजुल पटेल वर्सोवा से बागी उम्मीदवार हैं, वहीं बांद्रा पूर्व से तृप्ती सावंत बगावत कर शिवसेना का गढ़ ध्वस्त करने में लगी हैं। अंधेरी पूर्व से भाजपा के मूरजी पटेल शिवसेना उम्मीदवार के लिए मुसीबत बने हुए हैं। भाजपा युवा मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुभ्रांशु दीक्षित की पत्नी ममता दीक्षित चांदिवली विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं। दीक्षित पार्टी से बगावत कर अपनी पत्नी के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं।

कल्याण पश्चिम में भाजपा के नरेंद्र पवार और कल्याण पूर्व से शिवसेना के धनंजय बोडारे बागी उम्मीदवार हैं, वहीं बोईसर से भाजपा के संतोष जनाठे शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ बगावत कर पर्चा भरा है। कोंकण की कणकवली सीट से शिवसेना के सतीश सावंत और कुडाल में भाजपा-स्वाभिमान के उम्मीदवार रणजित देसाई बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भाग्य आजमा रहे हैं। सावंतवाड़ी से भाजपा के राजन तेली शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं।

इन नेताओं पर गिरी गाज

तुमसर विधानसभा सीट से भाजपा के बागी उम्मीदवार चरण वाघमारे, मीरा भायंदर से गीता जैन, पिंपरी चिंचवड से बाला साहेब ओव्हाल और लातूर से दिलीप देशमुख को पार्टी से बगावत करने के लिए 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पालघर जिला के महासचिव संतोष जनाठे पार्टी से इस्तीफा देकर मैदान में डटे हुए हैं।

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