स्मार्ट प्रीपेड मीटर के संबंध में भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता-डीएम

सारण जिले में अब तक लगाया जा चुका है 81 हज़ार स्मार्ट प्रीपेड मीटर

प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिले में अब तक 81 हज़ार स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जा चुका हैं। इसमें पुराने पोस्ट पेड मीटर के समतुल्य ही बिजली खपत दर्ज होती है। इसके लिये हजारों की संख्या में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ -साथ पुराने मीटर को टेस्ट मीटर के रूप में लगाकर इसका सत्यापन किया जा रहा है। आने वाले दिनों में जिला के हद में सभी प्रखंडों एवं पंचायतों में टेस्ट मीटर लगाया जाने वाला है।

सारण के जिलाधिकारी (डीएम) अमन समीर ने 30 सितंबर को जिला मुख्यालय छपरा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस ब्रीफ़िंग में उपरोक्त जानकारी दी। डीएम समीर ने बताया कि राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य सितंबर 2019 में शहरी क्षेत्रों में किया गया। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी शुरुआत जनवरी 2023 से की जा रही है।

उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसे लेकर यह भ्रांति फैलाई जा रही है कि यह मीटर तेज गति से चलता है एवं ऊर्जा खपत को बढ़ा देता है, जो कि सत्य नहीं है।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर की वास्तविकता एवं फायदे

डीएम समीर ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर की वास्तविकता एवं फायदे की जानकारी देते हुए कहा कि पुराने पोस्ट पेड मीटर के समतुल्य ही इससे बिजली खपत दर्ज होती है। इसके लिये हजारों की संख्या में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ -साथ पुराने मीटर को टेस्ट मीटर के रूप में लगाकर इसका सत्यापन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जिले के सभी प्रखंडों एवं पंचायतों में टेस्ट मीटर लगाया जाने वाला है।

बताया कि इसके रिचार्ज पर कुल तीन प्रतिशत का वित्तीय लाभ, त्रुटि रहित एवं सहज विपत्रि करण, दैनिक ऊर्जा खपत एवं रिचार्ज बैलेंस की जानकारी कभी भी एवं कहीं से भी घर बैठे प्राप्त की जा सकती है। बकाया राशि को आसान किश्तों में भुगतान की सुविधा, ₹2000 से अधिक के अग्रिम जमा राशि पर ब्याज की सुविधा भी है।

डीएम ने बताया कि स्वीकृत भार (लोड) से अधिक भार के उपयोग पर छः महीने तक कोई भी दंडात्मक कार्रवाई नहीं होगी तथा स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित उपभोक्ताओं को होने वाली कुछ व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर करने के लिये भी कंपनी द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इसे लगाने के बाद से जब रिचार्ज बैलेंस समाप्त होने वाला रहता है तो इसकी पूर्व सूचना उपभोक्ताओं को मोबाइल पर लगातार दी जाती है। बैलेंस समाप्त हो जाने पर भी दो दिनों तक बिजली नहीं कटती है। बकाये राशि से अधिक के भुगतान (पॉजिटिव बैलेंस) के उपरांत सामान्यतः 5 से 10 मिनट में बिजली बहाल हो जाती है।

सरकारी कार्यालयों में आगामी 30 नवंबर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य

डीएम समीर ने बताया कि जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में आगामी 30 नवंबर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट मीटर टेस्ट मीटर के साथ लगाया जाएगा, जिससे उपभोक्ता स्मार्ट मीटर में हो रही खपत को स्वयं जांच सके।

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