प्रेमचंद रंगशाला में दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ

एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना के प्रेमचंद रंगशाला में 9 अगस्त को दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ किया गया।

ज्ञात हो कि, पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता तथा कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वावधान में 9 एवं 10 अगस्त को प्रेमचंद रंगशाला पटना में सांस्कृतिक महोत्सव एक भारत श्रेष्ठ भारत का आयोजन किया जा रहा है।

जिसके अंतर्गत तीन तरह के कार्यक्रम (हर घर तिरंगा, प्रतिभा चयन प्रदर्शन एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत) का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में त्रिपुरा, मिजोरम और बिहार के लोक कलाकारों द्वारा संगीत – नृत्य कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जा रही है। इस कार्यक्रम का इन्टरनेट द्वारा सीधा प्रसारण पूरे भारत में किया जा रहा है, ताकि इन कलाकारों तथा इनकी कला को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाया जा सके।

पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत संस्था भारत के सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है, जो भारत के पूर्व एवं पूर्वोत्तर राज्य बिहार, उडीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, सिक्किम, असम, मणिपुर, त्रिपुरा एवं केंद्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार दीप समूह की सांस्कृतिक धरोहर को देश एवं विदेश में प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

इन राज्यों की वेशभूषा खान-पान एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधि का स्वस्थ आदान-प्रदान करना पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता का मुख्य उद्देश्य है। भारत सरकार की दूरदर्शी नीति के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रम एक भारत श्रेष्ठ भारत द्वारा विरासत को सहेजने का भी कार्य केंद्र कर रही है।

वर्ष 2018 में जुड़वा राज्य के अंतर्गत बिहार के साथ त्रिपुरा को जोड़कर केंद्र ने अभूतपूर्व कार्य किया है। एक वाक्य में कहे तो पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना का उद्देश्य क्षेत्रीय सीमाओं के परे जाकर बड़े जनसमूह को सांस्कृतिक संबंधों में बांधना है, ताकि लोक और जनजातीय कलाओं के विशेष साहित्यिक एवं रचनात्मक विकास के लिए सुविधाएँ प्रदान की जा सके।

महोत्सव का उद्घाटन उप मुख्यमंत्री एवं कला, संस्कृति एवं युवा मंत्री बिहार सरकार विजय कुमार सिन्हा, मुख्य अपर सचिव कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार हरजोत कौर बम्हरा, सचिव कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार रूबी, संगीत नाटक अकादेमी सम्मान प्राप्त संजय उपाध्याय, क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के उप निदेशक तापस सामंत रॉय, सहायक अभियंता राजर्षि चंद्रा ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

हर घर तिरंगा कार्यक्रम के अंतर्गत 9 अगस्त की संध्या 5 बजे से दिनकर चौक से प्रेमचंद रंगशाला राजेंद्र नगर पटना तक सांस्कृतिक रैली निकाली गयी। रैली में शामिल बच्चें स्वतंत्रता सेनानियों के किरदार में नजर आये। बाद में इन बच्चो ने भारत के स्वाधीनता संग्राम से सम्बंधित लेख और कविताओं का पाठ किया और गीत गाया।

इससे पूर्व संध्या 4.30 बजे प्रतिभा चयन प्रदर्शन का उद्घाटन नीलेश्वर मिश्रा और अशोक विश्वास ने किया। उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत बिहार के युवा उत्सव के विजेता प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुतियाँ की गयी, जिसका उद्देश्य इसे राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाना है। इन युवा कलाकारों में गोपाल सिंह, शेखपुरा (लोकगीत एवं भजन), मो. सलीम, पटना (बाँसुरी), त्रिदीप शील एवं दल, पूर्णिया (लोकनृत्य), कुमार उदय सिंह, पटना (लौंडा नाच), शिवाली, मधेपुरा (लोकगीत), ग्रेसी, नवादा (कत्थक नृत्य), रूपक ठाकुर, वैशाली (तबला वादन), प्रीति कुमारी, दरभंगा (भरत नाट्यम नृत्य) तथा अंकित राज एवं दल, लखीसराय (नाटक) शामिल थे।

कार्यक्रम में गौतम कुमार एवं दल, गया ने लोकनृत्य सामा चकेवा एवं झिझिया की प्रस्तुति की, जिसमें कलाकारों के रूप में निखिल सिन्हा, रूपाली कुमारी, गरिमा कुमारी, ख़ुशी कुमारी, पल्लवी कुमारी एवं मुस्कान कुमारी शामिल थे।
इसके बाद एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत तीनों राज्यों के दलों ने अपने लोक नृत्यों के फ़्यूज़न को पेश किया।

इसके बाद मिजोरम के जोनून इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज द्वारा जूलियट शैलो के दल ने अपने प्रदेश के लोक नृत्यों का प्रदर्शन किया। इसके बाद त्रिपुरा के खुमपुई कल्चरल ग्रुप के कलाकारों ने नृत्य गुरू पांचाली देव वर्मा के निर्देशन में लोकनृत्यों की भावभीनी प्रस्तुति दी। कलाकारों में स्वपन देव वर्मा, विश्वजीत देव वर्मा, शिव दयाल देव वर्मा, पंकज देव वर्मा, आशीष त्रिपुरा, नृपेन्द्र त्रिपुरा, पार्थ देव वर्मा, मनु देव वर्मा, सुबीराम देव वर्मा, शैकत आचार्जी, शर्मिता देव वर्मा, सौरभि देव वर्मा, सम्परी देव वर्मा, लिसा देव वर्मा, बरखा जमातिया, मंदिरा देव वर्मा, खुम्बगेर देव वर्मा, तुहिना देव वर्मा तथा हिना देववर्मा शामिल थे।

इसके उपरांत बिहार के गौतम कुमार एवं दल ने लोकनृत्यों से छटा बांध दी। अंत में फ़ैशन शो का आयोजन किया गया, जिसमें तीनों राज्यों की पारंपरिक वेषभूषाओं का प्रदर्शन किया गया। समारोह का समापन 10 अगस्त को होगा।

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