एस. पी. सक्सेना/बोकारो। इंडियन एसोशिएशन ऑफ लॉयर्स ने गलत तरीके से बोकारो जिला के हद में पेटरवार रहिवासी तेनुघाट के अधिवक्ता छतरु महतो को जमीनी विवाद मे गलत तरीके से एससी/एसटी थाना द्वारा जेल भेजने की कार्रवाई की निंदा की है। साथ हीं बोकारो के दो अधिवक्ता राजू रंजन कुमार एवं ज्योति कुमारी को गलत तरीके से चास थाना द्वारा राजनीतिक दवाब मे केस करने की निंदा की है।
इंडियन एसोशिएशन ऑफ लॉयर्स के नेशनल काउंसिल मेंबर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने 31 जुलाई को बोकारो जिला प्रशासन एवं बोकारो पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की गहनतापूर्वक जांच की मांग की है। साथ हीं दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। काउंसिल मेंबर गिरि ने कहा कि गलत तरीके से बोकारो के अधिवक्ताओं को इसी तरह फंसाया जायेगा तो इसके लिए अधिवक्ता आंदोलन करने को बाध्य हो जायेंगे।
इस घटना की निंदा करने वालों में अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा, अतुल कुमार, निखिल कुमार डे, सुभाषचंद्र नायक, रितेश जयसवाल, विकास कुमार, दीपिका सिंह, वंशिका सहाय, मुनमुन कुमारी, संजीत कुमार सिंह, सोमनाथ शेखर, राजश्री, संजीव ओझा, बिनोद कुमार सिंह, दिनेश प्रसाद शर्मा, मो. हसनैन आलम, शंकर डे, संजय कुमार प्रसाद, फटिक चंद्र सिंह, रंजन कुमार मिश्रा, कमल कुमार सिन्हा, रीना कुमारी, दीप्ति सिंह, सुकमती हेस्सा, आदि।
बबिता कुमारी, सुनील चांडक, धनजी चौधरी, विभा कुमारी, ज्योति प्रकाश चौधरी, बिभू चट्टोपाध्याय, रामावती कुमारी, विकास प्रजापति, कौशल किशोर, अखिलेश कुमार, इंद्रनील चटर्जी, अंकित ओझा, राणा प्रताप, विष्णु चरण महाराज, धुर्वेश्वर मंडल, अशोक कुमार पांडेय, संदीप पूर्ती, राणा प्रताप शर्मा, हिमांशु शेखर, बिष्णु प्रसाद नायक, प्रीति श्रीवास्तव, कमल कुमार सिन्हा, राकेश ओझा, गोविंद नारायण सिंह, मिथलेश कुमार, अशोक कुमार यादव समेत सैकड़ों अधिवक्ता शामिल थे।
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