झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा आयोग की पहल पर धनिया मांझी को मिला राशन

फिंगरप्रिंट ना उठने के कारण 6 महीने से वृद्ध को नहीं मिल पा रहा था लाभ

रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। खाद्य सुरक्षा के तहत फिंगर प्रिंट नहीं उठने के कारण वृद्ध को जन वितरण दुकानदार द्वारा राशन नहीं दिए जाने से दंपत्ती भुखमरी के कगार पर था। सहयोगिनी निदेशक के पहल के बाद वृद्ध के घर राशन उपलब्ध हो सका।

जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के सोनपुरा पंचायत बैलगढा टोला रहिवासी 80 वर्षीय वृद्ध दंपति विगत 6 माह से खाद्य सुरक्षा के तहत फिंगर प्रिंट नहीं उठने के कारण जन वितरण प्रणाली दुकानदार द्वारा राशन नहीं दिया जा रहा था।

जिसके कारण दंपति भुखमरी के कगार पर थे। जिले के सक्रिय स्वयंसेवी संस्था सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर ने झारखंड राज्य खाद्य आयोग में इस मामले की शिकायत की। जिसके बाद दो दिनों के अंदर जिला आपूर्ति विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आदिवासी दंपति को 40 किलोग्राम चावल, आटा, तेल, आलू सहित अन्य सामग्री 2 महीने के लिए उपलब्ध कराया गया।

इस संबंध में सहयोगिनी निदेशक सागर ने बताया कि सोनपुरा पंचायत के भेलगढा रहिवासी धनिया मांझी तथा जूटिया देवी नि:संतान वृद्ध दंपति है। उनके परिवार में कोई भी नहीं है। पेंशन की राशि तथा खाद्य सुरक्षा के तहत मिलने वाले अनाज पर इनका जीवन निर्भर है। इस परिस्थिति में डीलर द्वारा बार-बार फिंगर प्रिंट ना उठने के कारण 6 माह से राशन दिए बगैर लौटा दिया जा रहा था।

उन्होंने बताया कि उनके द्वारा इस मामले की शिकायत झारखंड राज्य खाद आयोग को की गई। इसके बाद आयोग के सदस्य सचिव संजय कुमार ने बोकारो के अपर समाहर्ता को इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिसके बाद स्थानीय डीलर के द्वारा खाद्य सामग्री मुखिया सोनपुरा के माध्यम से उपलब्ध कराया गया।

साथ ही भविष्य में लगातार इन्हें खाद्य सुरक्षा से मिलने वाले अनाज देने का आदेश दिया गया है। सागर ने झारखंड राज्य खाद आयोग के इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।

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